राम जय जय राम श्री राम जय जय राम मैं तो राम ही राम पुकारू
श्री राम नही मोरे सुध लिनी, में तो कबसे राह निहारूं
राम जय जय ............. श्री राम नही.................
राम जय जय .................
बटेऊ जाने वाले, श्री राम प्रभु के मतवालेतू राम नाम रस पीले, तन मन की प्यास बुझा ले
कपि के कानों में पड़ा, राम नाम जय राम
कपि के कानों में पड़ा, राम नाम जय राम
उत्तरे हनुमत जान कर, राम भक्त का धाम
संवाद
मेघनाथ ने शक्ति मारी है, तेरा राम बड़ा दुखारी है होंओ..... तुझे एक वैद्य ने पटाया है, तू संजीवनी लेने आया है
किथे से आवे किथे को जावे-2 बाबा ने शब डेरा रे
जानू है बड़ी दूर बटेऊ करले रेन बसेरा रे -2
यही भगवान की आज्ञा है, तू आज यहीं विश्राम करे
संवाद
मेघनाथ ने शक्ति मारी है, तेरा राम बड़ा दुखारी है होंओ..... तुझे एक वैद्य ने पटाया है, तू संजीवनी लेने आया है
किथे से आवे किथे को जावे-2 बाबा ने शब डेरा रे
जानू है बड़ी दूर बटेऊ करले रेन बसेरा रे -2
यही भगवान की आज्ञा है, तू आज यहीं विश्राम करे
तू क्यों चिंता करता है, (जो करना है सो राम करे-2)
राम लखन के जीवन में-2 कभी होगा नहीं अंधेरा रे
राम लखन के जीवन में-2 कभी होगा नहीं अंधेरा रे
जानू है बड़ी दूर बटेऊ करले रेन बसेरा रे-2
तुझे भूख प्यास नहीं लागे, मैं ऐसा मंत्र बता दूंगा
तुझे भूख प्यास नहीं लागे, मैं ऐसा मंत्र बता दूंगा
तुझे जिस पर्वत पे जाना, मैं पल भर में पहुंचा दूंगा
स्नान ध्यान करके तू आजा-2 तोहे बनालू चेरा रे
जानु है बड़ी दूर बटेऊ करले रेन बसेरा रे-2
स्नान ध्यान करके तू आजा-2 तोहे बनालू चेरा रे
जानु है बड़ी दूर बटेऊ करले रेन बसेरा रे-2
भ्रांती मिटाने के लिए, करन गए कपि स्नान
मगरमच्छ के जाल में, उलझ गए हनुमान
श्री राम जय जय राम श्री राम जय जय राम मैं तो राम ही राम पुकारू राम नहीं सुधरी नी में कब से राह निहारू
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